रेकी द्वारा भी संभव है अपेक्षित लक्ष्य प्राप्ति


रेकी अपेक्षाकृत नई लेकिन एक अत्यंत लोकप्रिय वैकल्पिक उपचार पद्धति है। एक ओर यह आध्यात्मिक चिकित्सा से जुड़ती है तो साथ ही इसे स्पर्श  चिकित्सा की श्रेणी में भी रखा जाता है।
उपचार के अतिरिक्त लक्ष्य  प्राप्ति अथवा अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए अन्य विधियों की तरह रेकी से भी सहायता ली जाती है। इसमें रेकी ऊर्जा का आह्वान कर हम अपनी इच्छा ही व्यक्त करते हैं। इस अवस्था में जैसे हमारे मनोभाव होंगे, वही अवस्था स्थायी रूप ग्रहण कर लेगी। इस प्रकार तात्विक दृष्टि से देखें तो प्रार्थना और रेकी में कोई अंतर ही नहीं है।
रेकी द्वारा लक्ष्य प्राप्ति
इस विधि में एक रेकी बॉक्स तैयार किया जाता है जो आकार में इतना बड़ा  होना चाहिए जिसे दोनों हाथों की हथेलियों के बीच आसानी से रखा जा सके। अब अपने लक्ष्य को निर्धारित कर कागज पर लिखकर इस बॉक्स में डाल देते हैं और इस बॉक्स को लगातार कम से कम इक्कीस दिनों तक प्रतिदिन दो या तीन बार रेकी ऊर्जा से ऊर्जास्वित करते हैं।
यहां प्रश्न उठता है कि रेकी बॉक्स में एक बार में कितने कार्यों की सफलता अथवा उद्देश्यों की पूर्ति के लिए पर्चियां लिखकर डालें। जितनी कम पर्चियां या निर्धारित लक्ष्य होंगे, उतनी ही अधिक रेकी ऊर्जा दी जा सकती है। अतः एक बार में अधिकाधिक तीन लक्ष्य निर्धारित कर उन्हें कागज पर लिख कर रेकी बॉक्स में डाल लें और रेकी बॉक्स को रेकी दें।
निर्धारित लक्ष्य को लिखने का तरीकाः
लक्ष्य निर्धारित करने के बाद उसे कागज पर लिखना बहुत महत्वपूर्ण है। यह स्वीकारोक्ति के रूप में ही लिखा जाना चाहिए, जैसे मेरा स्वास्थ्य प्रतिदिन अच्छा हो रहा है। मैं इस वर्ष परीक्षा मंे बहुत अच्छे अंक प्राप्त कर रहा हूं। मेरी पुत्राी का विवाह अत्यंत शीघ्र सम्पन्न हो रहा है या मेरी पुत्राी के लिए अपेक्षित वर शीघ्र मिल रहा है, अथवा मेरी पुस्तक (पुस्तक का नाम) लिखें शीघ्रतिशीघ्र पूर्ण होकर प्रकाशित हो रही है।
यदि हम रेकी बॉक्स को रेकी देते समय अपने लक्ष्यों को मन में नहीं लाते तथा उनकी सफलता का भाव मन में नहीं आता तो सारी प्रक्रिया निरर्थक होगी। इक्कीस दिनों तक लगातार प्रतिदिन तीन बार रेकी बॉक्स को ऊर्जास्वित करने का अर्थ है हम अपने लक्ष्यों/उद्देश्यों को भली-भांति याद रखकर उनकी प्राप्ति के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।
इस विधि में लक्ष्य निर्धारित करके लक्ष्य को सदा सामने रखना या भूल न जाना, लक्ष्य के विरोधी भावों का त्याग तथा समर्पण का भाव आदि तत्व जो किसी भी लक्ष्य की प्राप्ति अथवा गोल अचीवमेंट के मुख्य तत्व हैं, स्वतः ही उपस्थित होते हैं। यह एक प्रकार से अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मन की कंडीशनिंग करना ही है। एक संकल्प को स्थायित्व देकर स्वयं की क्षमता का अधिकतम उपयोग करना है।
प्रायः व्यक्ति यह कहता है कि मैं अमुक कार्य तो बिल्कुल नहीं कर सकता जबकि वास्तविकता यह है कि वह कर सकता है और बखूबी कर सकता है। इस विधि द्वारा व्यक्ति की क्षमता का विकास करवा कर उसका उपयोग करना ही सिखाना है। जब हम रेकी का अभ्यास करते हैं अथवा पूजा-पाठ या प्रार्थना करते हैं तो हम इस प्रक्रिया में सामान्य मनःस्थिति अर्थात् बीटा लेवल से विशेष मनःस्थिति अर्थात् अल्फा लेवल में पहुंच जाते हैं।
अल्फा लेवल मन-मस्तिष्क की वह अवस्था है जब हम ब्रह्मांडीय ऊर्जा के असीम स्रोत से जुड़ जाते हैं और ऐसी अवस्था में ब्रह्मांडीय ऊर्जा हमारे विचार, भाव अथवा संकल्प को भौतिक जगत की वास्तविकता में परिवर्तित करने में पूर्ण सक्षम होती है।
जब हम ब्रह्मांडीय ऊर्जा से चैनलाइज हो जाते हैं तो इस अवस्था में हम अपने विश्वास के स्तर के अनुरूप अपेक्षित इच्छाओं की पूर्ति में सफल होते हैं। यहां सारे-तर्क-वितर्क सामाप्त हो जाते है।
इस अवस्था में हम जो भी संकल्प दोहराते हैं या जो भाव मन में लाते हैं उनके विरोधी भाव नहीं उठाते। हम जो भी संकल्प लेते हैं वे शीघ्रता से पूर्ण हो जाते हैं। यह ब्रह्मांडीय ऊर्जा वस्तुतः हमारे अपने अंदर ही बीज रूप में प्रसुप्त पड़ी होती है। विभिन्न अभ्यासों द्वारा हम अपनी प्रसुप्त ऊर्जा को ही जाग्रत कर अपने लाभ के लिए उसका उपयोग करते हैं।
रेकी ऊर्जा द्वारा लक्ष्य प्राप्ति अथवा उपचार की विधि भी पूर्णतः ऊर्जा पद्धति ही है जो हमारे मनोभावों द्वारा ही संचालित और नियंत्रित होती है। विधि कोई भी हो, सबसे महत्वपूर्ण हैं हमारे विचार या मनोभाव। यदि हमारे विचार या मनोभाव सकारात्मक होंगे और हम कार्य की पूर्णता के प्रति आशान्वित होंगे तो सफलता निश्चित है, अतः रेकी द्वारा लक्ष्य प्राप्ति की विधि पूर्णतः मन की शक्ति द्वारा उपचार के तत्वों द्वारा ही संचालित और नियंत्रित होती है।
अपने संकल्पों को प्रगाढ़ करने के लिए आवश्यक है अपेक्षित परिवेश और अपेक्षित परिवेश में पहुंचने के लिए एक अच्छी पद्धति अनिवार्य है। रेकी निश्यित रूप से एक बेहतर विकल्प है जिससे लक्ष्य प्राप्ति में सहायता ली जा सकती है।

No comments

Powered by Blogger.